पुराना गायब हो गया है और एक नया अस्तित्व है
अद्वैत जागरूकता पर ओशो उद्धरण द्वैत के साथ मौजूद नहीं हो सकते, और मन द्वैत के बिना नहीं रह सकता. जागरूकता गैर-दोहरी है, और मन दोहरा है. यदि आप बाहर जाते हैं तो आप द्वैत की दुनिया में चले जाएंगे. अगर आप अंदर जाते हैं...